Missing Home Quotes In Hindi : जब जब घर से बाहर जाते है तो मजा तो बहुत आता था की अब कुछ नए नज़ारे देखने को मिलेंगे नए दुनिया की नयी रीत और नए नए दिवाने मिलेंगे!, कुछ पल की मस्ती उसके सिख हजारो मिलेंगे,
सोच कर हम मौज करते है कुछ पल!, पर फिर याद घर की अने लगी जब दुनिया अपने मतलब के लिए हमें सताने लगी, तो आपको अपने घर और घरवालों की बहुत याद आयेगी ये बाहरी दुनिया चकमदार चाहे जितना हो मगर फिर भी मुझे मेरे घर बहुत याद आते है!, घर की बात निराली थी वंहा अशा और सकारात्मकता हर दम आती थी!,
यंहा तो तो सड़क पर चलते समय भी डर और नकारात्मकता दिख जाती है, अपने घर की बहुत याद आती है और आज उसी घर पर बनी शायरी के एक बेजोड़ कलेक्शन लेकर हाज़िर हूँ.. जिसे जाने-माने विश्व प्रसिद्ध शायरों द्वारा लिखा गया हैं.. यह खास “घर Status, शायरी” का संग्रह हिंदी उर्दू और इंग्लिश में उपलब्ध हैं, इस पोस्ट में.. जो शेर-ओ-शायरी के चाहने वालो को बेहद ही पसंद आएगा.
Missing Home Quotes In Hindi
Missing Home Shayari In Hindi |
”ढूंढ” रहा है मेरा मन आज फिर उन_गलियों को, जहाँ मेरा #बचपन खेला करता था.
बाहर का ”खाना” जीभ के लिए अच्छा होता है जबकि #घर का खाना शरीर के लिए ”अच्छा” होता है.
जब हम #व्यस्त होते है तो खुद को भी भूल जाते है ”मगर” जब जब मन शांत होता है घर_घर के बहार लगती वो दरबार याद आती है,
#गुलामी तो हम सिर्फ अपने ‘माँ-बाप’ की करते है, वरना, दुनिया के लिए तो हम कल भी #बादशाह थे, और आज भी।
दर-ब-दर ”ठोकरें” खाईं तो ये ‘मालूम’ हुआ#घर किसे कहते हैं क्या ‘चीज़’ है बे-घर होना
आकाश में उड़ रहे #पंछी को भी घर की याद सताती है, चाहे हो दूर_कितने भी घर की याद आती हैll
#दूसरों के घर इतना ना जाइये कि अपना #घर पराया लगने लगेगैर अपने_लगने लगें और अपने गैर ”लगने” लगें.
सब_कुछ तो है क्या ढूँडती रहती हैं ”निगाहें”क्या बात है मैं #वक़्त पे 🏠 घर क्यूँ नहीं जाता
जब वो ”घर” मेरे आएगी, तो संग अपने #खुशियाँ भी लाएगीमेरे सारे_गम दूर करके, जीवन में #खुशियाँ भर जाएगी.
आपके ‘परिवार’ ने आपके लिए जो किया, उससे कही #ज्यादा आप अपने परिवार के लिए कीजिये।
सुना है उसने ”खरीद” लिया है करोड़ो का घर_शहर में,मगर आंगन ‘दिखाने’ आज भी वो #बच्चों को गाँव लाता है.
हर दिन ‘शाम’ से पहले घर आना #सिखाया था माँ नेइस तरह #अच्छी आदतों के साथ जीना_सिखाया था माँ ने.
Ghar Ki Yaad Shayari In Hindi |
बड़े #अनमोल है ये खून के रिश्तें,इनको तू #बेकार ना कर,मेरा ”हिस्सा” भी तू ले ले मेरे भाई,🏠 घर के आँगन में #दीवार ना कर
दूर होके भी जो #हमेशा पास होती है, वो एक ”फॅमिली” है जो सभी की ख़ास होती है.
आज फिर #हास्टल में कहीं से इक मीठी खुशबू_छाई है, लगता है किसी के #हिस्से में माँ के हाथ की रोटी आई है।
मुझे अपने ‘घर’ से निकाल रहे हो कैसे #दिल से निकाल पाओगेहजारों लोगों से_मिलोगे, तब भी कोई मुझ #जैसा नहीं पाओगे.
कमरा भी तो ‘यंहा’ भी है पर घर नहीं सनता तो यंहा भी है! मगर_शांति नहीं, जिसकी कमी खलती है घर दूर रहने पर #घर की यादो से सीना आज भी जलती है,
घर और #परिवार के बिना जिंदगी_नीरस रह जाती हैसिर्फ ”दौलत” कहाँ किसी #शख्स के काम आती है.
सुना है कि उसने #खरीद लिया है ”करोड़ो” का 🏠 घर शहर में,मगर आँगन #दिखाने वो आज भी बच्चों को ”गाँव” लाता है.
दूर_रहने पर घर का #खाना याद आता हैखाने के वक्त ”माँ” का बुलाना याद आता है.
एक #इंसान को 2 चीज़ें कभी ‘नजरअंदाज’ नहीं करनी चाहिए – अपना परिवार और अपना #बिज़नेस या पेशा।
मैं अपने #परिवार के प्यार के कारण ही स्वयं को ”संभाल” पाती हूँ।
Ghar Ki Yaad Shayari |
कोई #वीरानी सी वीरानी हैदश्त को देख के 🏠 ”घर” याद आया
#चौचौखट पर बैठी वो माँ आज भी याद है उसके #आँखों आई विदाई की आँशु आज भी मेरे ”आँखों” में रुके हुए है,
#बारिश का इंतज़ार कितनी ”सिद्दत” से करता है किसान,मालूम है उसे जबकि_उसका 🏠 घर मिट्टी का है
परिवार की #अहमियत तब समझ में आती है,जब दूर शहर में घर की यादें_सताती है.
ज्ञान तो व्यक्ति #पुस्तकों से प्राप्त कर सकता हैं, किन्तु अपने #व्यक्तित्व का निर्माण वह अपने परिवार द्वारा प्राप्त_संसकारो से ही कर पाता हैं।
जिंदगी की #उलझनों में हम खो गए दोस्त_शायद हम बड़े हो गए।।
कुछ ”अच्छा” होने पर जो इंसान सबसे #पहले याद आते हैं,जिंदगी का सबसे_कीमती इंसान होता है…
संबंधो को #निभाने के लिए समय निकालियें वरना जब आपके पास_समय होगा, तब तक शायद #संबंध ही ना बचें।
यादो का ”समूह” होता है घर का बरामदा जंहा खड़े होक #गांव का नजारा लिए करते थे उसकी याद अभी_सीने से निकल ही जाती है,
जब लाइफ की सब #होप्स डूब रही हो पानी में, ”फॅमिली” की नाव, कही आस पास ही मिलेगी.
Missing Home Status |
तेरे ”घर” का पता तो जानता हूँ मैं, #पर वहाँ जाता नहींक्योंकि #डरता हूँ कि, कहीं तू मुझसे_रूठ न जाए.
एक खुशल #परिवार का निर्माण उस ”परिवार” में रह रहे उसके #सदस्य ही कर सकते है।
#मेहमान की तरह घर से आते-जाते,बेघर हो गये है हम #कमाते-कमाते.
चलती_फिरती आँखों से अज़ाँ देखी है,मैंने ”जन्नत” तो नहीं देखी है #माँ देखी है।
पहले हर ”चीज़” थी अपनी मगर अब लगता हैअपने ही घर में किसी_दूसरे घर के हम हैं
‘माँ’ पहले आँसू आते थे तो #तुम याद आती थी,आज तुम_याद आती हो और #आँसू निकल आते है।
मैं जब सादी_सुधा नही था तब जादा #यारो से दूर था जब से हुआ विवाह है #यादो ने बनाया मुझे अपना यार है,
किस से ”पूछूँ” कि कहाँ गुम हूँ कई ‘बरसों’ सेहर जगह ढूँढता फिरता है #मुझे घर मेरा
#काश मेरा घर तेरे 🏠 घर के ”सामने” होतामोहब्बत न सही-दीदार तो होता..
घर जाने की #ख़ुशी अलग हीं होती हैघर जैसी जगह और ”कहीं” नहीं होती है.
#घर से दूर रहने का ”दर्द” ना पूछो क्या होता हैतन #भले कहीं और हो, लेकिन_दिल वहीं होता है.
#परिवार से बड़ा कोई_धन नही होता हैं.
”घर” अपना बना लेते हैं, जो #दिल में हमारे,हम से वो परिंदे, #उड़ाये नहीं जाते..
किसी और के ”घर” से अपने घर की तुलना कभी_नहीं करनी चाहिए.
#प्यार में सभी में थोड़ी बहुत #खामियां जरूर होती हैं, लेकिन परिवार उसको ‘सदैव’ एक साथ बाँधे रखने का #कार्य करता हैं।
कब आओगे ये #घर ने मुझ से चलते_वक्त पूछा था,यहीं #आवाज अब तक ”गूंजती” है मेरे कानों में.
”बहुत” दूर है तुम्हारे 🏠 घर से हमारे 🏠 #घर का किनारा,पर हम हवा के हर #झोंके से पूछ लेते हैं क्या हाल है तुम्हारा.
Missing Home Quotes In Hindi |
इन #रिश्तों की बारीकियों को अगर_समझा जाएँ,तो कैसे किसी #मकान को माँ बिन_घर समझा जाएँ.
‘परिवार’ और घर जब साथ हो तो दुःख भी कम हो जाता है और सुख कम हो तो भी_बढ़ जाता है इसी लिए आज भी उन स्का ‘याद’ बहुत आता है,
अब_घर भी नहीं घर की #तमन्ना भी नहीं हैमुद्दत हुई #सोचा था कि घर जाएँगे इक_दिन
जो अपने #पिता के पैरो को छूता है वो कभी_गरीब नहीं होता मेरे दोस्त।
आज फिर ”हास्टल” में कहीं से इक मीठी ”खुशबू” छाई है, लगता है किसी के हिस्से में_माँ के हाथ की रोटी आई है।
यादों के किस्से_पुराने हो गए , हमको खुलकर हंसे #ज़माने हो गए। कहते थे हम जिसे हक से ”अपना”, उस घर को छोड़े आज-ज़माने हो गए। देखकर #मुस्कुराते हैं यूं तो सभी यहां, किसी को अपना कहे पर #ज़माने हो गए। यादों में ताज़ा हैं किस्से बहुत से मगर, #हकीक़त में उन्हें मुरझाए ज़माने हो गए । सुखद अहसास था जो, अपनों के प्यार का हमें, उस मृग – #मरीचिका को टूटे ज़माने हो गए ।