Soul Quotes In Hindi
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Soul Love Quotes In Hindi |
#प्रेम एक आत्मा से ‘मिलके’ बनता हैजो दो शरीरों में #निवास करती है
आपके पास #आत्मा नहीं है, आप खुद एक #आत्मा है जिसके पास_शरीर है।
यह सबसे_उत्तम, सब सुखों का “ग्रहण” करने वाला व देने वाला है. इसको #दर्शन करों। मरणषील ‘शरीरों’ में यह अमृत ज्योति है.
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Shayari On Soul |
#अन्तरात्मा हमें न्यायाधीश के समान_दण्ड देने से पूर्व मित्र की भांति ‘चेतावनी’ देती है”
कला_मानवीय आत्मा की गहरी परतों को “उजागर” करती है. कला तभी संभव है जब स्वर्ग_धरती को छुए. ||
अपनी #आत्मा से मुश्किल किसी और #चीज़ से मेरा पाला नहीं पड़ा जो कभी मेरे_पक्ष में होती है तो कभी मेरे #विरुद्ध
जब तक_आप यह नहीं जान लेते की ज़िन्दगी_मनमोहक है और इस बात को #महसूस करतें हैं, तब तक आप अपनी “आत्मा” को नहीं खोज सकते।
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Aatma Quotes In Hindi |
मनुष्य_आत्मा (ब्रह्म) से ज्ञान-षक्ति प्राप्त करता है और #ज्ञान से अमृततत्त्व को.
झूठे शब्द_सिर्फ खुद में बुरे नहीं होते , बल्कि वो आपकी #आत्मा को भी बुराई से “संक्रमित” कर देते हैं. ||
जो #अवगुण तुम्हे दूसरों में “दृष्टिगत” होते हैं, उसे अपने भीतर न रहने दो
आत्मा ही अपना_साक्षी है. आत्म ही अपनी_गति.
“आत्मा की #अशुद्धियाँ अविकृत रूप से और ”बढ़” जातीं हैं जब हमें उन्हें नकार देते हैं और अच्छी_होने लग जाती हैं जब हम उन्हें #अंगीकार कर लेते हैं”
वह #संकल्प जो आत्मा से किया गया हो उसे कोई_तोड़ नहीं सकता।
हर “व्यक्ति” की आत्मा अमर होती है , लेकिन जो #व्यक्ति नेक होते हैं उनकी आत्मा_अमर और दिव्य होती है. ||
#मानव की आत्मा ”आकांक्षा” का धन नहीं है.
मेरी #क़िस्मत में ग़म गर इतना था “दिल” भी या-रब कई दिए होते
लक्ष्य वह #सफल नहीं होते जिनमे “धन” लगा हो अपितु वह सफल होते हैं जिनमे #आत्मा, ध्यान और मन लगा हो।
#घरों पे नाम थे नामों के साथ “ओहदे थे बहुत तलाश किया कोई #आदमी न मिला
#आत्मा के रोग, शारीर के रोगों की_तुलना में, ज्यादा खतरनाक और बहुत ज्यादा #संख्या में होते हैं।
प्रत्येक “जीव” स्वतंत्र है . कोई किसी और पर #निर्भर नहीं करता . |
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Soulful Quotes In Hindi |
इस #आत्मा को बलहीन व्यक्ति ”प्राप्त” नहीं कर सकता, प्रमोद से भी यह #अपर्याप्त है और प्रयोजनहीन तप से भी.
“बिखेर” दे मुझे चारों तरफ़ ख़लाओं में कुछ इस तरह से #अलग कर कि जुड़ न पाऊँ मैं
सबसे #खतरनाक वह दिशा होती है, जिसमें “आत्मा” का सूरज डूब जाए
इस #ज़मीन पर सबसे ताकतवर “हथियार” इन्सान की चेतन और विकसित आत्मा है।
आत्मा को यदि_शान्ति से सुना जाए तो वह यह “आभूषण”, धन आदि नहीं अपितु #शान्ति चाहती है।
#भारत का सदैव यही सन्देष रहा है. आत्मा_प्रकृति के लिए नही वरन् प्रकृति #आत्मा के लिए है.
उड़_गई यूँ वफ़ा ज़माने से कभी “गोया” किसी में थी ही नहीं
तुम #मोहब्बत को खेल कहते हो हम ने #बर्बाद ज़िंदगी कर ली
“शारीरिक” ख़ुशी कुछ दिन के बाद #फीकी पड़ जाती है, वह ख़ुशी जो “आत्मा” को मिलती है उसका स्वाद #जीवनभर बरकरार रहता है।
#इन्सान की ज़िन्दगी की हर “घटना” और हर पल उसकी ”आत्मा” में कुछ बो देती है।
एक #शिकवा ओ शिकन तक नहीं जबीं पर मर गया #कम्बख़्त पर अदाकारी नहीं गयी।
मैं “अक्सर” हार जाता हूँ किसी की #जीत की खातिर..!! मेरा अपना तरीक़ा है किसी से #जीत जाने का..!
हास्य_दिल खोल देता है और #आत्मा को शांती देता है . किसी को भी “ज़िन्दगी” को इतनी संजीदगी से नहीं लेना चाहिए कि वे खुद पर #हँसना भूल जाएं। ||
इसीलिए तो यहाँ अब भी #अजनबी हूँ मैं तमाम लोग #फ़रिश्ते हैं आदमी हूँ मैं
अगर आप अपनी #आत्मा में कुछ छिपतें हैं तो उसके_बारे में ”भूलें” नहीं