Arz Kiya Hai Shayari
अर्ज किया हैमैं पीकर_नहीं बहकता बहकता हूँ तो उसे देखकरअब बताओ ज़रा कि ”शराब” हराम है या वो
Arz Kiya Hai Funny Shayari |
अर्ज किया हैतुमसे अब_कुछ रिश्ता ऐसा है,न नफरत है न, #इश्क़ पहले जैसा है।
ये दिल ना #किसीका अर्ज करता है नाही जिक्रना किसीको दर्ज और ”नाही” किसी की फ़िक्र..
हे गुमगश्ते!………..#स्रोत सभी से लेकर कर्ज।मर्जी से बनकर_खुदगर्ज।भुला सभी कंधे का फर्ज।दर दर #करता है क्यों अर्ज?
Arj Kiya Hai Shayari In Hindi |
अर्ज किया है…वो तुम्हें Dp #दिखाकर गुमराह करेगी,मगर तुम आधार_कार्ड पर अड़े रहना🤭
यह भी पढ़े।
अर्ज किया हैतुमसे ‘मिलने’ के बाद भी हाल मेरा वही रहातू चला गया पल भर में #छोड़कर करीब मेरे नही रहा
अर्ज किया हैताजमहल_क्या चीज है,इस-से अच्छी #इमारत बनाउंगा,मुमताज़ तो मार-कर दफ़न हुई थी,तुझे तो मैं ज़िंदा_दफ़्नूंगा…!
अर्ज किया हैदिल की बात_दिल में ना रखिये जनाब बता दीजिएअभी मौका है दो दिलों के बीच की #दीवार हटा दीजिए
अर्ज किया हैहम ने हे ”लौटने” का इरादा नहीं किया ,उस ने भी भूल जाने का #वादा नहीं किया .
अर्ज किया हैमिलना था #इत्तिफ़ाक़ बिछड़ना नसीब था,वो उतना दूर हो गया जितना_क़रीब था.
अर्ज किया हैतुम्हारी ”याद” के जब ज़ख्म भरने लगते हैं किसी बहाने तुम्हें_याद करने लगते है।
जिंदगी दो ”शब्दों” में यूँ अर्ज हैं….आधी कर्ज हैं तो आधी_फर्ज हैं…!!
Arz Kiya Hai Love Shayari |
अर्ज है!मैं क्या ‘सुनाऊँ’ मुझे तो सिर्फ सुनने की _आदत है,जो सुन ले मेरी तो वो_मेरा अपना है
जो ना सुने मेरी तो मेरा उसके #चरणों में इबादत है..
अर्ज किया हैकि कितना_अच्छा होता ,अगर #जिंदगी में भी एक डिलीट बटन होता।मिटा देते हर वो बीते_लम्हा,जिनसे किसी का #शुकून दफन होता।
इश्क से ”ताल्लुक़” ना रख अब उतनाछोड गए है तो ”अर्ज़” ना कर इतना.जीने में मजा वह कहाँ अब उतनावे लोट आऐं “उम्मीद” ना लगा इतना❣️
अर्ज है!मैं क्या ‘सुनाऊँ’ मुझे तो सिर्फ सुनने की _आदत है,जो सुन ले मेरी तो वो_मेरा अपना हैजो ना सुने मेरी तो मेरा उसके #चरणों में इबादत है..
अर्ज किया हैदिल की ”बात” दिल में रखने से हो सकता है #घाटामगर बोल देने से भी कभी-कभी_गाल पर मिल सकता है चाँटा
अर्ज किया हैदिल नादान हैआपको ”समझता” अब भी अपनी जान है
अर्ज_करने में आपसे, हर्ज ही क्या हैआप तो खुद_दूसरों के कसीदों में शुमार हैं,इकरार करना है आज सिर्फ एक दफ़ाकि आपकी हर अदा से हमें #बेशुमार प्यार है।
अर्ज किया हैअब तो ”दिल” का हर दर्द हम सह लेंगेझाड़ू पोछा के साथ #बर्तन भी धो लेंगे।
अर्ज किया है,ये जो #हसीनों के लंबे लंबे बाल होते हैं,बस लड़कों को “फंसाने” का जाल होते हैं,ना जाने कितनों का खून पिया होगा इन्होने,इसलिए तो इनके #होंठ लाल होते हैं।
अर्ज किया है कि सारे #मैखाने पिला दो..जो दर्द भरा सीने ”दिल” में है इसे तुम भुला दो..
अर्ज किया हैदिल पर_वार उनकी #अन्खियाँ करती हैंघायल फिर भी दिल को उनकी_सखियां करती है
अर्ज किया हैं,”तकदीर” में कोई और लिखा था,और #तस्वीर किसी और की देखते रह गए।तकदीर में कोई और #लिखा थाऔर तस्वीर किसी और की देखते रह गए।समझ के उसे #मखमल, पत्थर से सर पटकते रह गए।
अर्ज…#मांगता ही क्या हूं तुझसेआखरी ”अंजाम” दिया जो तूनेवो तो सारे हम भी जाने !!बस इस “जिंदगी” को निखार दे ऐसेजो किसी को नागवार ना गुज़रे..
अर्ज किया है,बस #नज़रों से देख लिया होता अगर “तमन्ना” थी डराने की,हम यूं ही “बेहोश” हो जाते। क्या जरूरी थी आपको_मुस्कान की।
अर्ज किया है आज के इस युग मेंबिना_पैसे के प्यार नहीं मिलता,”प्यार” तो छोड़ो मेरे यारसच्चा #दीलदार नहीं मिलता।
अर्ज किया है…हटा लो अपने_चेहरे से ये जुल्फेऐ जाने तमन्ना…. खुदा कसम…अगली बार खाने में “बाल” आया तोसजनी से #गजनी बना दूंगा।
बेवजह ”वहम” न दीजियेहम गुजर रहे है जवां दौर से।यूँ देखा न करे_गौर सेजब #इश्क़ है किसी और से।।
अर्ज़ किया है..अर्ज़ किया है कि, ये #इश्क़ का मर्ज़ क्या है,ये ”इश्क़” का मर्ज़ क्या है, ये #दर्द़ क्या है..ये दर्द़ क्या है, यही मैंने अर्ज़ किया है,मैंने जो अर्ज़_किया है, तो आपका फर्ज क्या है..आपका फर्ज जानना है, कि मेरा “मर्ज़” क्या है..?
अर्ज किया हैखुदाया #मोहब्बत और शोहबत दोनों सच्ची रखना ,दुनिया की खुदगर्जी से इसे_महफुज रखना
अर्ज किया है….,माना #जुबान मेरी नीम चढ़ी है आजकल लेकिनशक्कर तो किसी ”बीमारी” का इलाज नहीं!
मन को #प्रतिदिन कुछ ना कुछ नया सीखने का_अर्ज करे। मन निखरेगा और #खुश रहेगा।
अर्ज किया हैं 🍷तीन तिहाई पानी_पानीये जवानी ये कहानीमधुशाला हैं #दर्द का सागरकिसने की हैं ये बेमानी …
मेरे अर्ज करने की “ख्वाहिश” को मर्ज बन जाना हैइसकी कोई #दवा नहीं इसको मेरी पहचान_बन जाना है
#जहन में आता नहीं खयाल कोईदर्ज क्या करेंमहफ़िल में आपकी_साहेबानअर्ज क्या करेंबेशक़ तेरे #असल पे कोई सूद नहींहमे गवारा नहीं अहसान हमकर्ज क्या करें
Arz Kiya Hai Shayari On Friendship |
अर्ज किया है एक_शाम तुम्हारे नाम,मेरे दिल की गहराइयों में ”सिर्फ” और सिर्फ ताउम्र तुम्हारा नाम।
अर्ज किया है,जब कभी ”धोखा” मिल जाता है प्यार में,जिंदगी में एक उदासी_छा जाती है,सोचते हैं छोड़_देंगे इस ज़ालिम दुनिया को,पर तब तक दूसरी #पसंद आ जाती है।
अर्ज किया है…..वो #इंतज़ार करने को कह गएवो तो वक्त_भी दे गएहमने तो घड़ी का #वक्त भी रोक लियावो तो बस आने को रह गए
अर्ज किया है तो ”सुनियेगा”,तुम क्यों यू हीखमोश #बैठी हो, जरामेरे दिल में झांककर तो देखो_तुम्हारे नामकी इस दिल में कितनी हलचलमची है।
अर्ज किया है वो_कहते थे वो राहें बड़ी काटों भरी है तुम एक #कदम भी चल ना सकोगे, और फिर हमने भी हार ना_माना, उन राहों को फूल बना ही के दम लिया।
गर ”इजाज़त” दो तुम तो कुछ अर्ज कर दुं?तुम्हारे इस दिल पर #दस्तक मेरी… दर्ज कर दुं?
वो अकेले ही #छत पर बेठा करता हैंचांद को अपना बनाकर_रोया करता हैंना कोई अर्ज रब से ना कोई ”जिक्र” करता हैंबस #अल्फाज़ अपने, यूं किताब में लिखा करता हैं।
अर्ज किया है तू ना सही तो दो_चार ओर मिलेगी, माना की दिलको #तोड़ने वाली थोड़ा कम, दिल को जोड़ने वाली_कुछ ज्यादामिलेगी, जो की मुझको #किस भी करेगी और मिस भी।
अर्ज किया हैख़त नहीं “लिखते” अब ख़ता हुई क्या_हमसे,ख़फ़ा क्यों हो जो ख़ामोश रहते हो,तेरा ख़ुमार ”चढ़ा” है इस कदर कि,ख़याल तेरा हर वक्त रहता है ,तेरी ख़ातिर तो #लड़ जाता ख़ुदा से,तूने ख़ाक समझ के ठुकराया मुझको,ख़ैर अब कोई “ख्व़ाहिश” न रही दिल में,भले ही तू खास के साथ रह ले ए ख़ानुम,पर ख्व़ाब में भी ‘ख़लिश’ देंगी तुझे मेरी यादें!
तो आपको हमारे Arz Kiya Hai Love Shayari कैसे लगे। अगर यह कोट्स आपको पसंद आया है आपको इन Arz Kiya Hai Shayari On Friendship को पढ़कर काफी अच्छा महसूस हुआ होगा। आगे भी ऐसी कोट्स के लिए हमे Follow करे हमारे Instagram पर और Quotes को Share करे। धन्यवाद।