इंतज़ार की आरज़ू अब खो गयी है,खामोशियों की अब आदत हो गयी है
आँखें जो उठाए तो मोहब्बत का गुमाँ होनज़रों को झुकाए तो शिकायत सी लगे है
वो न आयेगा हमें मालूम था उस शाम भीइंतज़ार उस का मगर कुछ सोच कर करते रहे
उम्मीदों के शहरे जिए जा रहे है, तेरे नाम होठों पे लिए जा रहे है, एक वो है जो आने का नाम नहीं लेती, एक हम है कि इंतज़ार किये जा रहे है.
कटते किसी तरह से नहीं हाए क्या करूँदिन हो गए पहाड़ मुझे इंतिज़ार के
Waiting Shayari
ओ जाने वाले आ कि तिरे इंतिज़ार मेंरस्ते को घर बनाए ज़माने गुज़र गए
दिल में इंतज़ार की लकीर छोड़ जायेंगे, आँखों में यादों की नमी छोड़ जायेंगे, ढूंढ़ते फिरोगे हमें एक दिन, जिंदगी में एक यार की कमी छोड़ जायेंगे.
रंग रंग तेरी मौजूदगी का मोहताज है,तेरे बगैर ये दुनियाँ बेरंग सी लगती है
पल भर का प्यार और बरसों का इंतज़ार, जैसे कोई अपना ही अपने घर को लूट रहा है…
ख़्वाब सजाकर उसका इंतज़ार करता रहा मैं…इसी तरह एक बेवफ़ा से प्यार करता रहा मैं
हालात कह रहे है., के अब मुलाक़ात नहीं होगी…..उम्मीद कह रही हैं…, ज़रा इन्तेज़ार कर…..
Waiting For True Love Shayari In Hindi
जी भर गया है तो बता दो…. हमें इनकार पसंद है…. इंतजार नहीं…!
हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन,उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर।
ऐसी क्या कशिश है….. तेरे दीदार में हर रात जागना पड़ता है …सुबह के इंतजार में..!!
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Waiting For True Love Shayari In Hindi
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किसी ने मोहब्बत लिखी तो किसी ने करार लिखाहमने अपने हर एक शेर में बस तेरा इंतजार लिखा…
कदम कदम पे तेरी यादों का आशियाना है अबबड़ी यायावरी थी बगैर तेरे सफर ए जिंदगी मे !
फिर मुक़द्दर की लकीरों मैं लिख दिए इंतज़ार, फिर वही रात का आलम और मैं तनहा तनहा…
Tera Intezaar Shayar
ग़ज़ब किया तिरे वादे पे ऐतबार कियातमाम रात क़यामत का इंतिज़ार किया
जानता है कि वो न आएँगेफिर भी मसरूफ़-ए-इंतिज़ार है दिल
आँखों को इंतज़ार का दे कर हुनर चला गया चाहा थाइक शख़्स को जाने किधर चला गया
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Intezar Shayari In Hindi For Girlfriend
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ऐ मौत उन्हें भुलाए ज़माने गुजर गए,आ जा कि ज़हर खाए ज़माने गुजर गए,ओ जाने वाले आ कि तेरे इंतजार में,रास्ते को घर बनाए ज़माने गुजर गए।
आँखें भी मेरी पलकों से सवाल करती है,हर वक़्त आपको ही तो याद करती है,जब तक देख न लें चेहरा आपका,तब तक हर घडी आपका इंतज़ार करती है !!
Shayari On Intezar With Images
उनकी ख्वाहिश में ही फासलों की हिमायत थी,दिल को हम समझाते रहे के वो करीब रहते है !
यूँ पलके बिछा कर तेरा इंतज़ार करते है।यह वो गुनाह है जो हम बार बार करते है …!!
उसकी जरूरत उसका इंतजार और अकेलापन. थक कर मुस्कुरा देता हूँ, मैं जब रो नहीं पाता.
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़,किसी की आँख में हमको भी इंतज़ार दिखे।
ज़ख़्म इतने गहरे हैं इज़हार क्या करें,हम खुद निशाना बन गए वार क्या करें,मर गए हम मगर खुली रही ये आँखें,इससे ज्यादा उनका इंतज़ार क्या करें
Intezar Status In Hindi 2 Line
तुम हसीन हो, गुलाब जैसी हो, बहुत नाज़ुक हो ख़्वाब जैसी हो,होठों से लगाकर पी जाऊं तुम्हे, सर से पाँव तक शराब जैसी हो।
अगर चीजें अलग होतीं, अगर मैं आपके लिए Intezaar करता, तो क्या आप मुझसे प्यार करते?
किसी रोज़ होगी रोशन मेरी भी ज़िंदगी,इंतज़ार सुबह का नहीं तेरे लौट आने का है।
तड़प के देखो किसी की चाहत में,तो पता चलेगा, कि इंतजार क्या होता है,यूं ही मिल जाए, कोई बिना चाहे,तो कैसे पता चलेगा, कि प्यार क्या होता है।
दोस्तों इस ब्लॉग पोस्ट पर आप के लिए प्रस्तुत है महबूब के इंतज़ार पर शेर ओ शायरी,
प्यार करो तो मुस्कुरा के,किसी को धोखा न देना अपना बना के,कर लो याद जब तक हम जिंदा हैं,वर्ना ये मत कहना,छोड़ गये दिल में यादे बसा के।
Raat Bhar Intezaar Shayari
ये जो पत्थर है आदमी था कभी,इस को कहते हैं इंतज़ार मियां।
समंदर सिमट रहा खुद ही मेंलगता है अधूरा रहा उसका इंतजार…
तोहमतों से रही रफ़ाक़त जो अपनी बचपने सेअक्ल की दाढ़ का हमने कभी इंतज़ार न किया
लुत्फ़ जो उस के इंतज़ार में हैवो कहाँ मौसम-ए-बहार में है !!
इश्क़ में इंतज़ार की हद नहीं होतीबस सुबह कहीं होती शाम कहीं होती
दिल के सागर में लहरें उठाया ना करो,ख्वाब बनकर नींद चुराया न करो,बहुत चोट लगती है मेरे दिल को,तुम ख़्वाबों में आ कर यूँ तड़पाया न करो!!
मुकामे पाकिजगी से होकर जब भी गुजरे,मेरी दागदारियाँ मिटती गयी तेरी चाहत में…
मेरे पीठ पर जो ज़ख्म हैं,वो अपनों की निशानी हैवर्ना सीना तो आज भी दुश्मनों के इंतेज़ार में बैठा है
Dost Ka Intezar Shayari Hindi
इशक के दरद ही कुछ ऐसे हैं… लोग जान दे देते हैं मगर इंतजार नहीं करते।।
हर आहट पर साँसें लेने लगता है,इंतज़ार भी भला कभी मरता है।
इंतजार ही इंतजार है इश्क बड़ा पेचीदाकारोबार है., साहब…..
वो समझे या ना समझे मेरे जज्बात कोमुझे तो मानना पड़ेगा उनकी हर बात कोहम तो चले जायेंगे दुनिया से एक दिनमगर देख लेना वो सोंएगे अकेले हर रात को ।
जब कभी फुर्सत मिले मेरे दिल का बोझ उतार दो,मैं बहुत दिनों से उदास हूँ मुझे कोई शाम उधार दो।
किसी उदास मौसम में, मेरी आँखों पे वो हाथ रख दे अपना,और हस्ती हुई कह दे, पहचान लो तो हम तुम्हारेना पहचानो तो तुम हुमारे..
मोहब्बत करने चला है, तो कुछ अदब भी सीख लेना ऐ दोस्त…इसमें हंसते साथ हैं, पर रोना अकेले ही पड़ता है….
आप और आपकी हर बात मेरे लिए ख़ास है,यही शायद प्यार का पहला एहसास है।
अजब चिराग हूँ दिन-रात जलता रहता हूँ,थक गया हूँ मैं हवा से कहो बुझाए मुझे।
Intezar Nahi Karna Shayari
वो न आएगा हमें मालूम था इस शाम भी,इंतज़ार उस का मगर कुछ सोच कर करते रहे।
आप करीब ही न आये इज़हार क्या करते,हम खुद बने निशाना तो शिकार क्या करते,साँसे साथ छोड़ गयीं पर खुली रखी आँखें,इस से ज्यादा किसी का इंतज़ार क्या करते।
उन के खत की आरज़ू है उन के आमद का ख़यालकिस क़दर फैला हुआ है कारोबार-ए-इंतज़ार
आँखों ने जर्रे-जर्रे पर सजदे लुटाये हैं,क्या जाने जा छुपा मेरा पर्दानशीं कहाँ।
तुम आये हो ना शब्-ए-इंतज़ार गुज़री हैतलाश में है सहर बार-बार गुज़री है
मरने के बाद भी मेरी आँखें खुली रहे आदत जो पढ़ गयी थी तेरे इंतजार की
जो चिराग सारे बुझा चुके उन्हें इंतजार कहाँ रहा ये सुकून का दौर-ऐ शदीद है कोई बेक़रार कहाँ रहा
हालात कह रहे हैं मुलाकात नहीं मुमकिन,उम्मीद कह रही है थोड़ा इंतज़ार कर।
Sham Ka Intezar Shayari
आँखों के इंतज़ार का दे कर हुनर चला गया,चाहा था एक शख़्स को जाने किधर चला गया,दिन की वो महफिलें गईं रातों के रतजगे गए,कोई समेट कर मेरे शाम-ओ-सहर चला गया।
अब कौन मुंतज़िर है हमारे लिए वहाँ शाम आ गई है लौट के घर जाएँ हम तो क्या |
ता फिर ना इंतज़ार में नींद आये उम्र भरआने का अहद कर गए आये जो ख्वाब में
तेरे इंतज़ार मैं लफ्ज़ ख़तम हो गए लिखने के लिए,मेरे इश्क़ पे खामोशी सी छायी है तेरे इंतज़ार मैं..
किस्मत से अपनी सबको शिकायत क्यों है?जो नहीं मिल सकता उसी से मुहब्बत क्यों है?कितने खायें है धोखे इन राहों में!फिर भी दिल को उसी का इंतजार क्यों है?
फासलों से इंतज़ार बढा करता है, इंतज़ार से प्यार बढ़ा करता ह,सारी ज़िन्दगी ख़ुदा से सजदा करो, तब जाके तुम्हारे जैसा यार मिलता है.
हमने दिल दिया, यह तुमपे ऐतबार की हद थी,इश्क़ किया ये हमारे ऐतबार की हद थी,हम मर गए पर खुली रही आँखें, ये मेरे इंतज़ार की हद थी.
भले ही राह चलतों का दामन थाम ले,मगर मेरे प्यार को भी तू पहचान ले,कितना इंतज़ार किया है तेरे इश्क़ में,ज़रा यह दिल की बेताबी तू भी जान ले।
उनके खत की आरज़ू है उनकी आमद का ख्याल किस कदर फैला है कारोबार -ऐ -इंतजार
Call Ka Intezar Shayari
बजाय सीने के आँखों में दिल धड़कता है,ये इंतज़ार के लम्हे अज़ीब होते हैं !!
हमने ये शाम चिरागों से सजा रखी है,आपके इंतजार में पलके बिछा रखी हैं,हवा टकरा रही है शमा से बार-बार,और हमने शर्त इन हवाओं से लगा रखी है।
आरज़ू वस्ल की रखती है परेशाँ क्या क्या,क्या बताऊँ कि मेरे दिल में हैं अरमाँ क्या क्या,ग़म अज़ीज़ों का हसीनों की जुदाई देखी,देखें दिखलाए अभी गर्दिश-ए-दौराँ क्या क्या।
इंतज़ार रहता है हर शाम तेरा, रातें कटती है लेके नाम तेरा, मुदत से बैठा हु ये आस पाले,कल आएगा कोई पैग़ाम तेरा.
मोहब्बत खुद बताती है, कहाँ किसका ठिकाना है,किसे ऑखों में रखना है, किसे दिल मे बसाना है।