हम सब अपने प्यारे भारत देश से बहुत प्यार करते हैं, भारत के लोग देश भक्ति की भावना से भरे हुए हैं, यह desh bhakti shayari in hindi आपके भारत के प्रति प्यार को व्यक्त कर सकती है, हमारा वतन सबसे प्यारा है और हमे अपने वतन की रक्षा अवश्य करनी चाहिए।
देश भक्ति पर यह कविता आपके अपने देश और देश के अमर शहीदों के प्रति सम्मान प्रकट करने में सहायक है, हम भारत के रहने वाले है हम आपको भारत की बनी desh bhakti shayari बताने जा रहे हैं।
अंग्रेजी में desh bhakti quotes भी कहते है।Desh Bhakti Shayari Image, Desh Ke Upar Shayari, Desh Bhakti Shayari Photo अगर ये शायरी आपको अच्छी लगी हो तो यह हिंदुस्तान शायरी अपने दोस्तों के साथ शेयर करें,
Desh Bhakti Shayari
वतन की मोहब्बत में खुद को तपाये बैठे है,
मरेगे वतन के लिए शर्त मौत से लगाये बैठे हैं! ??
उड़ जाती है नींद ये सोचकर
कि सरहद पे दी गयीं वो कुर्बानियां
मेरी नींद के लिए थीं
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही!!
Desh Bhakti Shayari
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कोई नाम-व-निशां पूछे तो उस से कह देना
वतन हिन्दोस्तां अपना है हम हिन्दुस्तानी हैं
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा
ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए
मेरा दिल और जान कुर्बान है
जय हिन्द
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करें दुआ,
की बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।
ऐ वतन, वतन मेरे, आबाद रहे तू
मैं जहाँ रहूँ जहाँ में याद रहे तू
ऐ वतन मेरे वतन
Desh Bhakti Shayari In Hindi
भारत की फजाओं को सदा याद रहूँगा,
आजाद था, आजाद हूँ, आजाद रहूँगा।
किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं,
किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में हैं,
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों,
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं ||
अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है
और भी खूबसूरत और भी ऊंचा
मेरे देश का नाम हो जाये,
काश कि हर हिंदू विवेकानंद
और हर मुस्लिम कलाम हो जाये।
हर तूफान को मोड़ दे जो हिन्दोस्तान से टकराए
चाहे तेरा सीना हो छलनी तिरंगा उंचा ही लहराए
Desh Bhakti Shayari In Hindi
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ख़ूँ शहीदान-ए-वतन का रंग ला कर ही रहा
आज ये जन्नत-निशाँ हिन्दोस्ताँ आज़ाद है
कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की शान का है,
हम लहराएंगे हर जगह..
ये तिरंगा नशा ये हिंदुस्तान की शान का है।
Desh Bhakti Shayari 2020
जो अब तक ना खौला, वो खून नहीं पानी है,
जो देश के काम ना आये, वो बेकार जवानी है
जय हिन्द
तैरना है तो समंदर में तैरो नालों में क्या रखा हैं,
प्यार करना है तो देश से करो औरों में क्या रखा हैं
फ़िदा-ए-मुल्क होना हासिल-ए-क़िस्मत समझते हैं
वतन पर जान देने ही को हम जन्नत समझते हैं
फना होने की इज़ाजत ली नहीं जाती,
ये वतन की मोहब्बत है जनाब
पूछ के की नहीं जाती।
ख़ूँ शहीदान-ए-वतन का रंग ला कर ही रहा आज ये जन्नत-निशाँ हिन्दोस्ताँ आज़ाद है
कर जज्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम !
हर दुश्मन को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बँटवाएंगे !!
जय हिन्द
ये बात हवाओ को बताये रखना,
रोशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू देकर जिसकी हिफाजत हमने की…
ऐसे तिरंगे को सदा दिल में बसाये रखना..
Shayari Desh Bhakti
मैं मुल्क की हिफाजत करूँगा ये मुल्क मेरी जान है
इसकी रक्षा के लिए मेरा दिल और जान कुर्बान है
तुझपे कोई गम की आंच आने नहीं दूं
कुर्बान मेरी जान तुझपे शाद रहे तू
ऐ वतन, वतन मेरे, आबाद रहे तू
ग़ज़लें, दोहे, गीत की शोहरत मुल्क से बाहर फैली थी
हिन्दोस्ताँ से आने वाले, तोहफ़ों में ले जाते थे
मुझे ना तन चाहिए, ना धन चाहिए
बस अमन से भरा यह वतन चाहिए
जब तक जिन्दा रहूं, इस मातृ-भूमि के लिए
और जब मरुँ तो तिरंगा कफ़न चाहिये
रात होते ही आप नींद में खो जाते है,
सूरज ढलते ही वो तैनात हो जाते है…
आओ झुकर सलाम करे उनको जिनके हिस्से मे ये मुकाम आता है,
खुसनसीब है वो खून जा देश के काम आता है
बोझ उठाए हुए फिरती है हमारा
अब तक ऐ ज़मीं माँ तिरी ये उम्र तो आराम की थी
Desh Bhakti Shayari Image
शाम-ए-वतन कुछ अपने शहीदों का ज़िक्र कर
जिन के लहू से सुब्ह का चेहरा निखर गया
मिटा दिया है वजूद उनका जो भी इनसे भिड़ा है,
देश की रक्षा का संकल्प लिए जो जवान सरहद पर खड़ा है।
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की उल्फ़त
मेरी मिट्टी से भी ख़ुशबू-ए-वफ़ा आएगी
आन देश की, शान देश की, इस देश की हम संतान हैं !
तीन रंगों से रंगा तिरंगा, अपनी ये पहचान है !!
कर जस्बे को बुलंद जवान, तेरे पीछे खड़ी आवाम !
हर पत्ते को मार गिरायेंगे जो हमसे देश बटवायेंगे..!
दे सलामी इस तिरंगे को, जिस से तेरी शान हैं
सर हमेशा ऊँचा रखना इसका, जब तक जान हैं
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें
अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें
Desh Ke Upar Shayari
मेरे मुल्क की हिफाज़त ही मेरा फ़र्ज है
और मेरा मुल्क ही मेरी जान है,
इस पर कुर्बान है मेरा सब कुछ,
नही इससे बढ़कर मुझको अपनी जान है।
“न पूछो ज़माने को, क्या हमारी कहानी है,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है, की हम सिर्फ हिन्दुस्तानी हैं”
वतन की ख़ाक ज़रा एड़ियां रगड़ने दे,
मुझे यक़ीन है पानी यहीं से निकलेगा।
बहुत अज़ीज़ है अपने वतन की ख़ाक हमें
जो ख़्वाब आँखों में आया वो मोतबर आया
लड़े जंग वीरों की तरह,
जब खून खौल फौलाद हुआ |
मरते दम तक डटे रहे वो,
तब ही तो देश आजाद हुआ ||
“अनेकता में एकता ही इस देश की शान है,
इसीलिए मेरा भारत महान है”
सरफ़रोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है
देखना है ज़ोर कितना बाज़ू-ए-क़ातिल में है
Desh Bhakti Shayari Photo
सारे जहाँ से अच्छा, हिन्दोस्ताँ हमारा
हम बुलबुलें हैं इसकी, यह गुलिसताँ हमारा
अपनी आज़ादी को हम हरगिज़ मिटा सकते नहीं
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नहीं
ऐ शांति अहिंसा की उड़ती हुई परी
आ तू भी आ कि आ गई छब्बीस जनवरी
देश के लिए मर मिटना कुबूल है हमें
अखंड भारत के सपने का जूनून है हमें
जय हिन्द
कर चले हम फ़िदा जाने तन साथियो
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियो
जय हिन्द
रात होते ही आप नींद में खो जाते है,
सूरज ढलते ही वो तैनात हो जाते है!!