I Hate You Shayari
गलती प्यार से नहीं, प्यार करने वालों से होती है
गुनाह गार प्यार नहीं, प्यार करने वाले होते हैं.
I hate you
उस मोड़ से शुरू करें
चलो फिर से जिंदगी
हर शय हो जहाँ नई सी
और हम हो अज़नबी।
दर्द ही सही मेरे इश्क का इनाम तो आया,
खाली ही सही हाथों में जाम तो आया,
मैं हूँ बेवफ़ा सबको बताया उसने,
यूँ ही सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
आग दिल में लगी जब वो खफ़ा हुए,
महसूस हुआ तब, जब वो जुदा हुए,
करके वफ़ा कुछ दे ना सके वो,
पर बहुत कुछ दे गए जब वो बेवफ़ा हुए!…..
जीते थे कभी हम भी शान से
महक उठी थी फिजा किसी के नाम से
पर गुज़रे हैं हम कुछ ऐसे मुकाम से
की नफरत सी हो गयी है मोहब्बत के नाम से
प्यार किया तुझसे
एक खता हो गयी मुझसे
अब सिर्फ जी रहे हैं नफरत से.
I Hate You Shayari Hindi
कोई अच्छी सी सज़ा दो मुझको,
चलो ऐसा करो भूला दो मुझको,
तुमसे बिछडु तो मौत आ जाये,
दिल की गहराई से ऐसी दुआ दो मुझको!
प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,
जब हम उसके गुलाम हो गए|……
जरूरत है मुझे नये नफरत करने वालों की,
पुराने तो अब मुझे चाहने लगे है।
तूने जो किया गुनाह
हम तुझे माफ़ न करेंगे
अगर मिल भी गए किसी और जनम में
हम तब भी तुझसे नफरत ही करेंगे
ज्यादा कुछ नहीं बदला, उनके और मेरे बीच में,
पहले नफरत नहीं थी, अब मोहब्बत नहीं हैं।
I Hate You Shayari Image
जिस जिस ने मुहब्बत में,
अपने महबूब को खुदा कर दिया,
खुदा ने अपने वजूद को बचाने के लिए,
उनको जुदा कर दिया|
बड़ी हसीन थी जिंदगी
जब ना किसी से मोहब्बत न किसी से नफरत थी
जिंदगी में एक मोड़ ऐसा आया मोहब्बत उससे हुई
और नफरत सारी दुनिया से हो गयी
तू है मुझमें I शामिल इस तरह;
तेरा तसव्वर ज़िक्र भी करूँ किस तरह;
चाहे दूर सही लेकिन तू है इस दुनिया में;
तेरी उम्मीद रहते हुए मैं मरुँ किस तरह।
जो हुकुम करता है, वो इल्तज़ा भी करता है,
आसमान कही झुका भी करता है,
और तू बेवफा है तो ये खबर भी सुन ले,
इन्तेज़ार मेरा कोई वहा भी करता है.
I Hate You Shayari Dp
आप को खोने का हर पल डर लगा रहता है;
जब कि आपको पाया ही नहीं;
तुम बिन इतना तन्हा हूँ मैं;
कि मेरे साथ मेरा साया भी नहीं।
लेकर के मेरा नाम वो मुझे कोसता है,
नफरत ही सही पर वो मुझे सोचता तो है।
रास्ता ऐसा भी दुशवार न था,
बस उसको हमारी चाहत पे ऐतबार न था,
वो चल न सकी हमारे साथ वरना,
हमे तो जान देने से भी इनकार न था.
कौन कहता है की दिल..
सिर्फ लफ्जों से दुखाया जाता है,
तेरी ख़ामोशी भी कभी कभी..
आँखें नाम कर देती है.
I Hate My Life Shayari In Hindi
उड़ रहा था मेरा दिल भी परिंदों की तरह,
तीर जब लग गई तो कोई भी मरहम न हुआ,
देख लेना था मुझे भी हर सितम की अदा,
ऐ सनम तेरे जैसा मेरा कोई दुश्मन न हुआ.
वो नफरतें पाले रहे हम प्यार निभाते रहे,
लो ये जिंदगी भी कट गयी खाली हाथ सी।
प्यार किया बदनाम हो गए,
चर्चे हमारे सरेआम हो गए,
ज़ालिम ने दिल उस वक़्त तोडा,
जब हम उसके गुलाम हो गए|
बता मुझे ये तेरी तनहाई कैसी है;
समझकर प्यार सारा फिर भी रुसवाई कैसी है;
हमें और भी मजबूर कर दिया है तूने;
तू बता तो सही ये तेरी तनहाई कैसी है?