Insult Shayari: नमस्कार दोस्तों तो कैसे है आप लोग आशा करता हूँ की आप लोग ठीक होंगे। आज जो में आपके लिए शायरी लेकर आया हूँ वो है Bezzati Shayari जो की आप को किसी की बेज़्ज़ती करने में मदद करेगी।
अगर आप की कोई व्यक्ति बेज़्ज़ती करता है तो आपको को उसकी बेज़्ज़ती करने के लिए शब्द नहीं मिल पाते इस लिए हम आपके लिए ये शायरी लेकर आये है जिनको आप भेज कर उन लोगो को जबाब दे सको और जब आप किसी की इंसल्ट करते है तो वो आपको Ignore करता है या उस को कोई Fark नहीं पड़ता।
उन लोगो के लिए ही हमने पोस्ट लिखी है और हमने आपके लिए बेइज्जती करनी वाली शायरी के बेहतरीन कलेक्शन को इट्ठा किया है यह बेइज्जती वाली शायरी करने वाले शायरी आपको काफी जायदा पसंद आयेगी। अगर आप को ये शायरी पसद आये तो इसको अपने दोस्तों के साथ जरूर से शेयर करे।
Insult Shayari
Insulting Shayari For Friends In Hindi |
लोग #शुरुवात में हँसेंगे ‘बेइज़्ज़त’ करेंगे और फिर #कामियाब होने पर तुम्हारी दात देंगे।
ज़माने में मेरी #इज्जत उछालने के लिएउसने खुद को ”बेइज्जत” कर लिया..ऐसा बदनसीब हैं मेरा_दुश्मन जिसनेमुझे जलाने के लिए ‘खुद’ को जला दिया..
Insult Shayari |
तेरे_जज्बातों सेअपना ‘रिश्ता’ जोड़ दूं..दोस्त तू हंस दे जरा,मैं तेरे #दांत तोड़ दूं..
बेइज़्ज़ती करना “दोस्त” की ये भी एक जूनून है,
इसमें भी एक मज़ा है #इसमें भी एक सुकून है।
‘तरसोगे’ कभी मेरी एक ‘झलक’ के लिएइस #बेइज्जती का ऐसा बदला मैं लूंगा..आज तोड़ा हैं तूने_गुरूर मेरा मगरएक दिन तेरा सिर ‘झुकाकर’ रहूंगा..
Bezzati Shayari |
दिल_अपना जो दे खुशी से,प्यार करो ”आप” भी उसी को..तरस खाने की_बात करें, इतना#बेइज्जत ना करो किसी को..
ये दुनिया_हस कर मज़ा लेती है, #बेइज्जती भी करती है,और गले भी लगती है।
ना ”सुनवाई” ना इन्साफ ना वकालत मिलती है, #मोहोब्बत की अदालत में बस ज़लालत मिलती है।
#ज़िन्दगी में ना ज़ाने कौनसी बात “आख़री” होगी !ना ज़ाने कौनसी रात🌌 “आख़री” होगी !मिलते, जुलते, बातें_करते रहो यार एक दूसरे से !ना जाने कौनसी “मुलाक़ात” आख़री होगी !!
नहीं चाहिए कुछ भी तेरी ‘इश्क़’ कि दूकान से,हर #चीज में मिलावट है बेवफाई कि..!!!!
इतना #खुबसूरत कैसे मुस्कुरा लेते हो,इतना कातिल कैसे “शरमा” लेते हो,कितनी #आसानी से जान ले लेते हो,किसी ने सिखाया है…या #बचपन से ही कमीने हो?
तू कहे तो_चाँद तारे तोड़ दूँ,तू कहे तो ये #दुनिया छोड़ दूँ,तू एक बार_हँस के देख मेरे दोस्त,तेरे सारे गंदे ‘दांत’ न तोड़ दूँ।
चाँद से #रौशनी ज्यादाऔर #सितारों से कम निकले,जब भी मैं तुझे_देखूंमेरा हंस-हंस के दम निकले।
फिर ‘चाहे’ हो जाए नाम तेरा पूरी_दुनिया में दोस्त मेरी तरफ से तुझे हमेशा #बेइज़्ज़ती ही मिलेगी।
जुल्फों में #फूलों को सजा के आयी,चेहरे से दुपट्टा ”उठा” के आयी,किसी ने पूछा आज बड़ी खुबसूरत लग रही है,हमने कहा #शायद आज नहा के आयी! ?
दिल की #तमन्ना है कि मैं भी,अपनी पलकों पे ‘बैठाऊँ’ तुझको,बस तू अपना_वजन कम करले,तो #पलकों पर बिठा लूँ तुझको…
#दुआ करते हैं हम खुदा से,के वो आप जैसा “दोस्त” और न बनाये,एक कार्टून जैसी_चीज है हमारे पास,कहीं वो भी ‘कॉमन’ न हो जाये…
#कमाल के तेर नखरेंकमाल का तेरा_स्टाइल हैं,बात करने की तमीज नहीऔर हाथ में ‘मोबाइल’ हैं.
घड़ीभर की “मोहब्बत” मेंलोग मां बाप को भूलते है..संस्कारों का #अपमान करकेसरेआम उनका सर झुकाते है..
चाँद से #रौशनी ज्यादाऔर #सितारों से कम निकले,जब भी मैं तुझे_देखूंमेरा हंस ‘हंस’ के दम निकले।
वो मेरी #किस्मत मेरी तकदीर हो गयी,हने उनकी याद में “इतने” खत लिखे किवह रद्दी #बेचकर ही अमीर हो गयी.
सही ”काम” में बेइज्जती कीफिक्र नहीं करते हैं..जो #जानते है वो सहीकाम की #इज़्जत भी करते हैं..
दूर बैठे_रहोगे, पास न आओगे कभी !ऐसे रूठोगे तो ”जान” ले जाओगे कभी !शोले बन जायेगें सभी फूल मेरे आंचल के !तुम जो #मोहब्बत की घटा बनके न छाओगे कभी !!
#बेइज्जत कर किसी इंसान कोहमें सुकून नहीं_मिल पाता हैं..सम्मान देकर हर किसी कोसबसे बड़ा #सम्मान मिल जाता हैं..
मैं #झुक गया तो वो “सज़दा” समझ बैठे,मैं तो #इन्सानियत निभा रहा था,वो खुद को ख़ुदा समझ बैठे।।
#दुनिया में सबसे अच्छा तोहफा_वक्त है,क्योंकी जब आप ‘किसी’ को अपना वक्त देते हो,तो आप उसे अपनी #जिंदगी का वह पल देते हैं,जो कभी लौटकर नही आता…
बार बार आंसू_साफ कीजिए, #बेइज्जती करता रहूंगा , आप बस ‘थोड़ा’ बात कीजिए .
कभी #हौसला भी आजमा लेना चाहिए;बुरे वक़्त में “मुस्कुरा” लेना चाहिए;अगर सांतवे दिन भी खुजली ना मिटे तो;आठवें #दिन नहा लेना चाहिए।
तुमसा कोई ‘दूसरा’ जमीन पर हुआ;तो रब से #शिकायत होगी!एक का तो झेला नहीं जाता;दूसरा_आ गया तो क्या हालत होगी!
Bezzati Shayari
दोस्त वो है जो_आपकी और आपकी #बेइज़्ज़ती करने वाले दोनों की बेइज़्ज़ती करे।
तमीज #सीखानी पड़ती है लोगों को..बेइज्जती करना ‘आसान’ लगता सबको..
#इश्क पर कई लोगकरते है अपना_गुमान..फरेब की चाहत मेंहोता #उनका अपमान..
हर दफा_जज्बातों कातूने ‘अपमान’ किया है..जिससे मुझे परहेज था#बिल्कुल वही किया है..
#बेइज़्ज़ती करना आसान है साहब सभी को “इज़्ज़त” देना एक सी ये बड़ी बात है।
किसी की #बेइज्जती करने सेपहले_हज़ार बार सोच लेना..किसी की #बद्दुआएं कहींमुश्किल ना कर दे जीना..
बोलने में मेरी #आवाज़ कांप रही है,तुझसे_बात करके अब वह बात नहीं है,,,,,।जलील होकर जी रहा हूं,,#शायद आज-कल,,हां,तुम्हारी ही बातें मुझे_बेइज्जती नवाज़ रही है,,,,,,,।
#सफलता के सफर मैं‘बेइज्जती’ भी जरूरी हैजनाबइससे डरने वाले_बिखर जाते हैऔर लड़ने ‘वाले’ निखर जाते हैं..
भोकना और #चिल्लाना कुत्तों का काम हैहम तो #बेज्जती भी इज्ज़त से करते है।
अगर बता_दिया होता की तुम #टूट के बिखर चुकी होतो समेट के #कचरे के डिब्बे में फेक देता।अपमान वाली_शायरी
मै बन #जाऊ कितना भी सुथरा,बेज्जती करते वो हर_बार थेपर जब #बोल दे पीठ पीछे कोई,तो साले उसे ”तोड़ने” के लिए भी तैयार है।
भोकना और #चिल्लाना कुत्तों का काम है, हम तो “बेज्जती” भी इज्ज़त से करते है।
#बेज्जती को लेकर चलता हूमै अकेले इस_सड़क परऔर हमेशा ‘वक़्त’ कहता आए रहा हैकिसी के लिए भी अच्छा मत करो।
हम हो गए_तुम्हारे तुम्हें सोचने के बाद,अब न देखेंगे किसी को #तुम्हें देखने के बाद,दुनिया ”छोड़” देंगे तुम्हें छोड़ने के बाद,खुदा माफ़ करे इतने #झूठ बोलने के बाद…
इस_दिल को तो एक बार को,बहला कर चुप_करा लूँगा,पर इस ‘दिमाग’ का क्या करूँ,जिसका तुमने #दही कर दिया है।
पानी_आने की बात करते हो, दिल जलाने की ‘बात’ करते हो, चार दिन से मुहँ नही धोया, तुम #नहाने की बात करते हो.
एक साल में बारा_महीने होने है, ये दोस्त पूरे साल पूरी ज़िन्दगी_कमीने होते हैं।
हम उस ”ऊंचाई” पर हेजहा तुम्हारे ‘सर’ से ज्यादा उंचाई परहमारे_पांव रहते हे ।
बेज्जती को ‘लेकर’ चलता हू, मै अकेले इस #सड़क पर, और हमेशा वक़्त_कहता आए रहा है, किसी के लिए भी अच्छा मत करो।
पानी आने_की बात करते हो,दिल जलाने की #बात करते हो,चार दिन से मुंह नहीं धोया,तुम #नहाने की बात करते हो…
बेइज़्ज़त लाख_हुआ है ये दिल तेरी #महफिलों में, मगर एक बार भी इसने_बुरा नहीं माना।
शाम-होते ही ये दिल उदास होता हैं,टूटे ख्वाबों के #सिवा कुछ न पास होता हैं,तुम्हारी याद ऐसे ”वक्त” बहुत आती हैं,जब कोई #बंदर आस-पास होती हैं.
किसी ”आशिक” कीबेइज्जती मत करना..वरना #जिंदगी भर पड़ेगाप्यार के लिए तरसना..
इतिहास #गवाह है जिसे इस दुनिया में “बेइज़्ज़त” होने का डर रहा है उसकी कभी ज़माने में कभी #इज़्ज़त नहीं हुई।
तारीफ़ के #काबिल हम कहाँ, चर्चा तो आपकी_चलती हैं, सब कुछ तो हैं आपके पास, बस सींग और ”पूंछ” की कमी खलती हैं.
जब तू_होती थी मेरी #जिन्दगी मेंतो तेरे मेरे #इश्क के चर्चे बहुत थे,अच्छा ही हुआ जिन्दगी से चली गयी तूक्योकि तेरे ”खर्चे” ही बहुत थे.
लगातार एक से #प्यार करना, कोई ‘बेइज्जती’ नहीं होता , “सच कहूं यारो” गरीब के प्यार की कोई #इज्ज़त नहीं होती ।
मज़ाक #उतना ही करो जितना कि बेइज्जती ना हो , दुस्मनी_झेल लेंगे साहब पर यह साली #बेज्जती बरदाशत नहीं होती।