Baat Nahi Karne Ki Shayari – इस आर्टिकल में बात शब्द पर बेहतरीन शायरी, स्टेटस, कोट्स, इमेज देखने को मिल जाएंगे। इसे पढ़िए गा जरूर। आपको बता दें कि बात इंसान के ‘जीवन’ का एक अहम हिस्सा है।
एक “इंसान” अपनी भावनाओं को बातों की मदद से जाहिर करता है। कुछ बाते “मनोंभावों” को खुशी से भर देती है इसके अलावा कुछ बाते ऐसी भी होती हैं। जो की इंसान को बहुत बुरी लगती है जैसे की उसे कोई बात नहीं करता या फिर उसको इग्नोर कर देता है कुछ ऐसी ही बाते व्यक्ति को बहुत चुबती है। और उस इंसान को कोई फ़र्क नहीं पड़ता।
ऐसे हे लोगो को महसूस करने के लिए इस पोस्ट में बहुत सी शायरी दी गयी है। जिनको आप अपने स्टेटस पर लगा कर उस व्यक्ति को अपनी गलतियों का एहशाह दिला सकते है अगर आपको यह शायरी पसद आये तो अपने दोस्तों को जरूर शेयर करे।
Baat Nahi Karne Ki Shayari
कभी किसी से बात करने की आदत #मत डालना,क्यों की अगर वो #बात करना बंद कर दे तो,दुबारा जीना #मुश्किल हो जाता है यार।
#मंजिल पाना तो बहुत #दूर की बात है,गुरूर में रहोगे तो #रास्ते भी न देख पाओगे.
जिस #शाम बरसते है तेरी याद के #बादल,उस वक्त कोई भी हिजर का ”तारा” नहीं होता ,यु ही मेरे पहलु मैं चले आते हैं अक्सर_वो दर्द जिन्हे मैने कभी #पुकारा नहीं होता.
कितनी #अजीब बात है कीजब हम गलत होते है तो #समझौता चाहते हैं,और ‘दुसरे’ गलत होते है तो हम “न्याय” चाहते हैं
#रूबरू होने की तो छोङिये, लोग ”गूफ्तगू” से भी कतराने लगे हैं…गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते, अपनी ‘हैसियत’ पर इतराने लगे हैं
कुछ तो #ख्याल करो अपना कोई #गम ना करोतुम शोख “जवानी” पर कुछ तो रहम करो
Baat Nahi Karne Ki Shayari |
सबको #गोली की तरह लगती है बातें_मेरी,इस का मतलब है अच्छा है #निशाना मेरा.
ख्वाहिश_ए_ज़िंदगी बसइतनी सी है अब मेरी,कि साथ #तेरा हो औरज़िंदगी कभी ”खत्म” न हो
“बात” नहीं करना तो बस एक_बहाना हैसच तो यह हैकि #तुम्हारा हमसे जी ‘भर’ गया है !
#रूबरू होने की तो छोङिये, लोग ”गूफ्तगू” से भी कतराने लगे हैं…गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते, अपनी ‘हैसियत’ पर इतराने लगे हैं
कोई किसी के #बिना नही मरता, आदत की बात है. तुम्हारी भी #छूट जाएगी, मेरी भी “छूट” जाएगी।
#हिचकियाँ कहती हैं कि तुम “याद” करते हो…पर “बात” नहीं करोगे तो #एहसास कैसे होगा…
“बात” करी थी जो तुमने_वो पूरी नहीं है..! चलो अब करलो_कोइ दूरी नहीं है..! {सागर की कलम से}
मुझे तुमसे ‘बात’ ही नहीं करनीऐसा कहकर वो #call काट देते हैंमैं मनाऊं उनको ऐसा सोचकरमेरी_कॉल का इंतजार करते हैं.
मेरी_तबाही का ‘इलज़ाम’ अब शराब पर है,करता भी क्या “बात” जो तुम पर आ रही थी.
सोचता हूँ “जिंदा” हूँ, मांग लूं सबसे ‘माफ़ी’,ना जाने “मरने” के बाद कोई ‘माफ़’ करे या ना करे !!
“तूने” ही लगा दिया इलजाम-ए-बेवफाई,#अदालत भी तेरी थी #गवाह भी तू ही थी।
यूँ “बात -बात” पर जान हाज़िर मत कीजिये “जनाब,लोग #मतलबी होते है कहीं माँग न ले.
एक #वक्त था जब बाते ही#खत्म नहीं होती थी,आज सबकुछ “खत्म” हो गयामगर “बात” ही नहीं होती.
Baat Nahi Karne Ki Shayari Image |
आप हम से आप हम से “बात” नहीं करते और हम आप के बिना कोई #ख्वाब नहीं देखा करते
“सिर्फ़ एक सफ़ाह “पलटकर उसने,बीती बातों की “दुहाई दी है,फिर वहीं #लौट के जाना होगा,यार ने कैसी रिहाई दी है.
#बदलने को तो इन आंखों के #मंजर कम नहीं बदले,तुम्हारी याद के “मौसम” हमारे गम नहीं बदलेतुम अगले “जन्म” में हमसे मिलोगी तब तो मानोगी,जमाने और सदी की इस #बदल में हम नहीं बदले|
इसी बात ने उसे शक में डाल दिया हो शायद,इतनी मोहब्बत, उफ्फ कोई मतलबी हीं होगा.
बात ना करने से “मोहब्बत” कम नहीं हो जातीबस दिलों की #दूरियां बढ़ने लगती हैंऔर प्यार की डोर धीरे_धीरे कमजोर हो जाती है
आओ कुछ इस तरह से “बात” करते है,इक_दुसरे के दिल का घाव भरते है.
#नाराज़ क्यों हो होते किस “बात” पे हो हमसे रूठे,अच्छा लो मान लिया तुम “सच्चे” और हम झूठे,अब #मान भी जाओ कब से तुम हो हमसे रूठे,माना ग़ुस्सा हो पर इतना #ग़ुस्सा भी नहीं होते।
एक “वक्त” था जब बाते हीखत्म नहीं होती थी,आज सबकुछ “खत्म” हो गयामगर #बात ही नहीं होती.
बहुत हो गया अब “रूठना” और मनानाचलो “दोबारा” से शुरुआत करते हैंभुलादें सारी गलत_फहमियां कोचलो दोबारा से “बात” करने का आगाज करते हैंतुम इश्क की “बात” करो औरहम आदाब करते हैं
वो साथ थी तो मानो “जन्नत” थी जिंदगी दोस्तों,अब तो हर सांस “जिंदा” रहने कि वजह पूछती है।
Unhe Fursat Nahi Shayari
#बात तो वो आज भी करती है!!! बस #फर्क़ इतना है कल हमसे करती थी ‘आज’ किसी और से करती है!!!
तुम #होशियार हो ये ‘अच्छी’ बात है,पर दूसरों को “मूर्ख” न समझना सबसे बड़ी बात है.
बातें करना “अच्छा” लगता है ,जब अपना कोई साथ हो,…बातें #सुनना भी अच्छा लगता है,जब अपना ही “ज़िक्र” ओर बात हो.
“तरस” गए हैं तेरे लब से कुछ #सुनने को हम,#प्यार की “बात” न सही कोई शिकायत ही कर दे.
जब भी हो थोड़ी #फुरसत , मन की “बात” कह दीजिये,बहुत #ख़ामोश रिश्ते , ज़्यादा दिनों तक #ज़िंदा नहीं रहते.
Baat Nahi Karne Ki Shayari Hindi |
ना जाने ये कैसा तरीका है तुम्हारे #प्यार करने का,की #तुम्हारा मन ही नहीं करता हमसे “बात” करने का।
#वक़्त मिले तो याद करते हो, #दिल करे तो बात करते हो,एक “जमाना” था के तुम हमारे बिना एक “पल रहे नहीं पाते थे,और अब “ज़माने” बाद तुम हमें #याद करते हो।
#प्यार करना हर किसी के बस की “बात” नहीं ….जिगर चाहिए #अपनी ही खुशियां “बर्बाद” करने के लिए।:
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी,बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी।
इतर से #कपड़ों का महकाना कोई बड़ी “बात” नहीं है,मज़ा तो तब है जब आपके_किरदार से खुशबु आये.
आज तो बे-सबब #उदास है जी‘इश्क़’ होता तो कोई “बात” भी थी.
कितना #फर्क हैं ना हम दोनो की #चाहत में..मुझे #तुम्हे याद करने से #फुर्सत नही औरतुम्हे मुझे याद करने की “फुर्सत” नही।.
तुम “बात” ना करो, कोई बात नहींलेकिन यह जान लोबात करने की #शुरुआत वही करेगाजो बेपनाह “मोहब्बत” करता हो
किस “बात” पर मिजाज बदला_बदला सा है,शिकायत है हमसे या ये “असर” किसी और का है.
बहुत “नादान” है वो,कोई समझाओ उसे,बात ना करने से “इश्क” कम नहीं होता !
#मोहब्बत का कोई कसूर नहींउसे तो मुझसे रूठना ही थादिल मेरा “शीशे” सा साफ़और शीशे का ‘अंजाम’ तो टूटना ही था
#हँसना आता है मुझे मुझसे #ग़म की बात नहीं होती, मेरी बातों में “मज़ाक” होता है मेरी हर बात “मज़ाक” नहीं होती.!
#पागल नहीँ थे हम जो तेरी हर “बात” मानते थे…,बस तेरी #खुशी से ज्यादा कुछ “अच्छा” ही नहीँ लगता था.
तुम “बात” ना करो, कोई “बात” नहींलेकिन यह ‘जान’ लो“बात” करने की शुरुआत वही करेगाजो बेपनाह #मोहब्बत करता हो !
‘बातें’ तो हर कोई समझ लेता है,मगर हम वो चाहते है जो हमारी “ख़ामोशी” को समझे
#Don’t Worry अगर आपको बात नहीं करनी है ना, तो ना सही ‘छोड़’ देता हूं ना रोज-रोज ईयू “Message” करके आपको दुख देना नहीं चाहता क्या होगा ज्यादा से ज्यादा बस_खुश नहीं रहूंगा आपको “Message” किये बिना बस इससे #ज्यादा तो और क्या हो सकता हैं ।
इक “बात” हमेशा याद रखना,तुम्हारे ‘जीतने’ सौख है, उतनी तो मेरी #आदतें है .
क्या #अजीब सी ज़िद है.. हम_दोनों की,तेरी मर्ज़ी हमसे जुदा होने की..और मेरी तेरे पीछे #तबाह होने की..
Online Hoke Bhi Baat Nahi Karte Shayari |
क्यों लगायें जमाने की ‘बातों’ को #दिल पर,, असर तो सिर्फ उसकी “बातों” का होता हैं….!!
आँखें #पढ़ो और जानो हमारी ‘रज़ा’ क्या है हर बात अगर “लफ़्ज़ों” से हो तो मज़ा क्या है
कुछ दिन “बात” ना करने से कोई बेगानानहीं होता कोई भी “दोस्त” इतना पुरानानहीं होता “दोस्ती में गिले-शिकवे तो चलतेरहते हैं पर इसका “मतलब दोस्तों कोभुलाना नहीं होता..
#आँखें भी पलकों से सवाल करती हैं,हर वक़्त तुझे ही #याद करती हैं,जब तक ना कर लें दीदार तेरा ,वो तेरा ही “इंतज़ार” करती हैं।
उदास ”लम्हों” की न कोई याद रखना,तूफ़ान में भी वजूद अपना “संभालें” रखना,किसी की “जिंदगी” की खुशी हो तूम,बस यही सोच तूम अपना “ख्याल” रखना।
Unhe Fursat Nahi Shayari |
सारा जहाँ “चुपचाप” है, आहटें ना #साज़ है,क्यों हवा ठहरी हुई है, आप क्या ‘नाराज़’ है !!
“बात” साथ तक … बाकी ज़िन्दगी “याद” तक ।
#मोहब्बत का कोई कसूर नहीं,उसे तो मुझसे #रूठना ही था,दिल मेरा शीशे सा साफ़…और “शीशे” का अंजाम तो टूटना ही था !
बिन “बात” के ही रूठने की आदत है,किसी अपने का साथ पाने की #चाहत है,आप खुश रहें, मेरा क्या है..मैं तो #आइना हूँ, मुझे तो “टूटने” की आदत है।