Nasha Shayari: आज का जो हमारी पोस्ट है वो है नशा। तो हम ने आपके लिए बहुत ही शानदार शायरी लिखी है जो की आपको बहुत पसंद आएँगी। दोस्तों सबसे पहले हम बात कर लेते है। नशा कई प्रकार के होते है।
जैसे की दारु का नशा, दौलत का नशा, हम बात कर रहे है प्यार के नशे के बारे में जो की अगर किसी भी इंसान को हो जाये तो यकीन मानिये दोस्तों उसका उतरना बहुत की कठिन है।
तो दोस्तों हम आपके लिए लेकर आये है कुछ चुनिंदा शायरी का संग्रह जो की नशा शब्द को बहुत ही शानदार तरीके से वर्णित करता है !! जो की आपको बहुत पसंद आयेगा। अगर आपको Nasha Quotes In Hindi पसंद आये तो अपने दोस्तों के साथ जरूर से शेयर करे।
Nasha Shayari
जिस_दिन लपेटे में आ_गया ना बेकोई #समाचार लेने भी नही आएगा
Nasha Sharab Shayari |
किसी की #आँख में मस्ती तो #आज भी है वहीमगर_कभी जो हमें था ख़ुमार, जाता रहा
#जिगर की आग बुझे जिससे #जल्द वो शय ला,लगा के_बर्फ़ में साक़ी, #सुराही-ए-मय ला।
यूँ बिगड़ी_बहकी बातों काकोई शौक़ नही है ”मुझको”,वो पुरानी_शराब के जैसी हैअसर सर से #उतरता ही नहीं।
ज़िन्दगी_विरान हो या न होलेकिन ”मौत” मैं मशहूर चाहता हु
Shayari On Nasha |
दिखा के #मदभरी आंखें कहा ये साकी ने,हराम_कहते हैं जिसको यह वो #शराब नहीं।
कभी_लफ़्ज़ों में कशिश कभी #शायरी में नशा…हुआ जो तेरा_असर अब मुझे #होश कहाँ
#नशा हम किया करते है, इलज़ाम #शराब को दिया करते हैं;कसूर “शराब” का नहीं उनका है जिनका चेहरा हम #जाम में तलाश किया करते हैं।
चले तो #पाँव के नीचे “कुचल” गई कोई शयनशे की #झोंक में देखा नहीं कि ”दुनिया” है
#पीता हूँ जितनी उतनी ही बढ़ती है #तिश्नगी,साक़ी ने जैसे #प्यास मिला दी हो शराब में।
नशा_सिर्फ में ‘प्यार’ में देखा हैतेरे #जाने के बाद सब #पानी होते देखा है
#हैरत है तुम को देख के “मस्जिद” में ऐ ‘ख़ुमार’क्या बात हो गई जो #ख़ुदा याद आ गया#निगाहे-मस्त से मुझको ”पिलाये” जा साकी,हसीं निगाह भी #जामे-शराब होती है।
मुझे #नशा है, तुझे याद करने का अौरये नशा मैं सरे_आम करता हूॅ
अपने #सीने से लगाए हुए #उम्मीद की लाश,मुद्दतों जीस्त को #नाशाद किया है मैंने,तूने तो एक ही_सदमे से किया था दो-चार,दिल को हर तरह से #बर्बाद किया है मैंने! ?
पहले #मुफ्त में लुटा कर इसकी आदत_लगाई जाती हैइश्क हो या नशा_बाद में दोनों की बडी #कीमत वसूली जाती है
भरे_मकाँ का भी अपना_नशा है क्या जानेशराब-ख़ाने में रातें #गुज़ारने वाला
थोड़ी सी पी #शराब थोड़ी सी उछाल दी,कुछ इस तरह से हमने जवानी_निकाल दी।
तुम्हारी_आँखों की तौहीन है ज़रा सोचोतुम्हारा चाहने वाला #शराब पीता है
#तनहइयो के आलम की ना_बात करो जनाब;नहीं तो ”फिर” बन उठेगा जाम और #बदनाम होगी शराब।
#ज़िन्दगी के उलझे सवालो के #जवाब ढूंढता हु,कर सके_जो दर्द कम, वोह #नशा ढूंढता हु,वक़्त से_मजबूर, हालात से लाचार हु मैं,जो देदे जीने का #बहाना ऐसी राह ढूंढता हु!
अपनी ईन_नशीली निगाहों को, जरा #झुका दीजिए जनाब…मेरे #मजहब में नशा हराम है…
Nasha Sharab Shayari
Nasha Quotes In Hindi |
तेरा_नाम ही ये दिल रटता है,ना जाने तुम पे ये #दिल क्यू मरता है,नशा है तेरे_प्यार का इतना,कि तेरी ही याद में ये #दिन कटता है। ?
चले तो “पाँव” के नीचे #कुचल गई कोई शयनशे की #झोंक में देखा नहीं कि दुनिया है
ग़म इस_कदर मिला कि घबरा के पी गए;ख़ुशी थोड़ी सी मिली तो ‘मिला’ के पी गए;यूँ तो ना थे #जन्म से पीने की आदत;शराब को तनहा देखा तो तरस_खा के पी गए।
ये कैसा_नशा है मैं किस अजब #ख़ुमार में हूँतू आ के जा भी चुका है मैं “इंतिज़ार” में…
#मयखाने की इज्ज़त का ‘सवाल’ था हुज़ूर,सामने से गुजरे तो, थोड़ा सा #लड़खड़ा दिए।
तुम #आसपास ना आया करो जब मैं #शराब पीता हूं..क्या है कि “दुगना” नशा संभाला नहीं जाता….
नशा_दौलत का हो, या शोहरत का #चूर कर देता है।और नशा अगर #मोहब्बत का हो,तो ‘मशहूर’ कर देता है।।
ये तो_सह लेंगे कि वादा न #निभाये कोईपास ‘होकर’ न हमें पास बुलाये कोई सब सहेंगे,ये सितम पर न सहा जायेगा #चाँदनी रात होऔर याद_न आये कोई।
हमने_जब कहा नशा शराब का #लाजवाब हैतो उसने अपने “होठों” के सारे वहम तोड़ दिए
#मयखाने सजे थे, जाम का था दौर;जाम में क्या था, ये किसने_किया गौर;जाम में ‘गम’ था मेरे #अरमानों का;और सब कह रहे थे एक और_एक और।
#तन्हाईयों के आलम की ना बात करो_जनाब;नहीं तो_फिर बन उठेगा जाम और #बदनाम होगी शराब।
#हमारा और उनका “प्यार” तो देखो यारो..कलम से #नशा हम करते हैं और #मदहोश वो हों जाते हैं।
जाम तो_उनके लिए हैजिन्हें #नशा नहीं होताहम तो #दिनभर “तेरी यादों केनशे में यूँ ही_डूबे रहते है।
पीने की #शराब और जवानी की शराब औरहुश्यार के ख़्वाब और हैं “मदहोश” के ख़्वाब और
मुझे पता है मेरी_कड़वी बातें तुम्हें खो देंगी, मगर क्या करें झुठ_बोलना हमारी आदत नहीं! ये प्यार का #नशा तो हम भी कर सकते हैं. मगर क्या करें नशा करना हमारा #शौक नहीं!!
ये “वाइज़” कैसी बहकी बहकी बातें हम से करते हैंकहीं चढ़ कर #शराब-ए-इश्क़ के नश्शे उतरते हैं
खामोशी_एक नशा है,और मैं “नशे” में हूं…!!
#अंदाज-ए-बयां में इनके भी ”गजब” का नशा हैतन्हाई से कभी #दिल लगा के तो देखिये
#मुखातिब हैं साकी की #मख्मूर नजरें,मेरे जर्फ का ”इम्तिहाँ” हो रहा है।
#मोहब्बत दो लोगों के बीच का ”नशा” हैजिसे_होश आ जाये वो #बेबफा हैपर आप क्या सोचते हैं
मुझे ऐसी #शराब बता ऐ दोस्त “नशा-ए-इश्क” उतार पाऊ मै
आज_उसने अपने हाथ से ”पिलायी” हे यारो,लगता हे आज #नशा भी नशे मे हैं…!
कुछ #नशा तो आपकी बात का है;कुछ नशा तो धीमी #बरसात का है;हमें आप यूँ ही “शराबी” ना कहिये;इस #दिल पर असर तो आप से #मुलाकात का है।
Nasha Shayari In Hindi |
पहले हमे भी #मोहब्बतका_नशा था यारो ,दिल जो टुटा #तो नशे सेही मोहब्बत हो गई ।
हज़ार दर्द #शब-ए-आरज़ू की राह में हैकोई ठिकाना_बताओ कि क़ाफ़िला उतरेक़रीब और भी आओ कि #शौक़-ए-दीद मिटे#शराब और पिलाओ कि कुछ ”नशा” उतरे
अगर कभी #वहम को ज़िन्दगी बना बैठो, तो नशा सिर्फ़ #ज़ख़्म का करना।
#आलम से बे-ख़बर भी हूँ “आलम” में भी हूँ मैंसाक़ी ने इस #मक़ाम को आसाँ बना दिया
पी_लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी,डगमगाना भी जरूरी है संभलने के लिए।
उम्र का मोड़, चाहे कोई भी हो…बस धड़कनो में, नशा जिंदगी जीने का होना चाहिए…!!
यह साकी ने सागर में क्या चीज दे दी,कि तौबा हुई पानी-पानी हमारी।
इश्क से नशीला कोई नशा नहीं है जनाबघूँट घूँट पीते हैं और कतरा कतरा मरते हैं
#नशा था उनके प्यार का,जिस में हम_खो गए,उन्हें भी_नहीं पता चला,कि कब हम #उनके हो गए! ?
एक #शाम हो और ज़ाम हो, नशा भी #महबूब के नाम हो। बर्फ सोडा और तेरी यादों के साथ, जिगर में छुपी “धधकती” एक आग हो। जब साथ हो और कुछ बात हो, बातों में छुपी एक #राज़ हो। बंदिशें ना हो दिल के #अल्फ़ाज़ों में, चाहे महखाने में जवानी_बदनाम हो।